google.com, pub-8916578151656686, DIRECT, f08c47fec0942fa0 Nimbark Ekadashi Calendar 2025 || श्री निम्बार्क एकादशी पंचांग 2025-26

Nimbark Ekadashi Calendar 2025 || श्री निम्बार्क एकादशी पंचांग 2025-26

 श्री निम्बार्क एकादशी पत्रिका 2025-26


Nimbark Ekadashi Calendar 2025 || श्री निम्बार्क एकादशी पंचांग 2025-26


श्री निम्बार्क भगवान द्वारा प्रतिपादित कपालवेध मतानुसार वर्ष 2025-26 में होने वाली एकादशी एवं महाद्वादशी व्रत की तिथियां निम्न प्रकार है । इसमें जिस दिन महाद्वादशी व्रत के बारे में लिखा हुआ है । निम्बार्क अनुयायियों को तब कपालवेध मतानुसार एकादशी व्रत को छोड़कर महाद्वादशी वाले दिन ही व्रत करना है ।

 

  
कामदा एकादशी व्रत : मंगलवार 08अप्रैल 2025
वरुथिनी एकादशी व्रत : गुरुवार, 24 अप्रैल 2025



मोहिनी एकादशी व्रत : गुरुवार, 08 मई 2025
अपरा एकादशी व्रत : शनिवार, 24 मई 2025



निर्जला एकादशी व्रत (वन्जुलिनि महाद्वदशी व्रत) : शनिवार, 07 जून 2025
योगिनी एकादशी व्रत : रविवार, 22 जून 2025



देवशयनी एकादशी व्रत : रविवार , 6 जुलाई 2025
कामदा एकादशी व्रत : सोमवार, 21 जुलाई 2025



पवित्रा एकादशी व्रत : मंगलवार, 5 अगस्त 2025
अजा एकादशी व्रत : मंगलवार, 19 अगस्त 2025



जलझूलनी/पद्मा एकादशी व्रत : गुरुवार, 4 सितंबर 2025
इन्दिरा एकादशी व्रत : बुधवार, 17 सितंबर 2025



पापांकुशा एकादशी व्रत : शुक्रवार, 3 अक्टूबर 2025
रमा एकादशी व्रत : शुक्रवार, 17 अक्टूबर 2025



श्री देवप्रबोधिनी/त्रिस्पर्शा एकादशी : रविवार, 2 नवम्बर 2025
उत्पन्ना एकादशी/महाद्वादशी व्रत : रविवार,16 नवंबर 2025



श्री मोक्षदा एकादशी व्रत : सोमवार, 01दिसम्बर 2025
सफला एकादशी व्रत : सोमवार, 15 दिसम्बर 2025
पौष पुत्रदा एकादशी व्रत : बुधवार, 31 दिसंबर 2025



षटतिला एकादशी व्रत : बुधवार, 14 जनवरी 2026
जया एकादशी व्रत : गुरुवार, 28 जनवरी 2026


विजया एकादशी व्रत : शुक्रवार, 13 फरवरी 2026
आमल एकादशी व्रत : शुक्रवार, 27 फरवरी 2026
जया महाद्वादशी व्रत : शनिवार, 28 फरवरी 2026



पापमोचिनी एकादशी व्रत : रविवार, 15 मार्च 2026





एकादशी के कुछ सामान्य नियम, जिनका पालन हमें व्रत के दौरान यथासम्भव करना चाहिए : 

● एकादशी के दिन सुबह उठकर व्रत का संकल्प कर शुद्ध जल से स्नान करना चाहिए । 
● विधिनुसार भगवान श्रीकृष्ण का पूजन और रात को दीपदान करना चाहिए ।
● एकादशी व्रत में ज्यादा से ज्यादा मौन रहकर अपने गुरु द्वारा प्रदत्त मन्त्र का जप अवश्य करना चाहिए ।
● एकादशी की रात भगवान विष्णु का भजन-कीर्तन करना चाहिए। 
● व्रत की समाप्ति पर श्रीहरि विष्णु से अनजाने में हुई भूल या पाप के लिए क्षमा मांगनी चाहिए । 
● अगली सुबह यानी द्वादशी तिथि पर पुनः भगवान श्रीकृष्ण की पूजा कर ब्राह्मण को भोजन कराना चाहिए । 
● भोजन के बाद ब्राह्मण को क्षमता के अनुसार दान देकर विदा करना चाहिए ।

Read More : https://linktr.ee/NimbarkSampraday

श्रीनिंबार्क एकादशी पत्रिका 2025-26: https://nimbarkparikar.blogspot.com/2025/03/Nimbark-Sampraday-Calender-2025.html

कृप्या आप सभी वैष्णवजन से छोटा सा अनुरोध है कि आप सभी इसे आगे भी निम्बार्क वैष्णवों तक पहुचाने में मदद करे इसको ज्यादा से ज्यादा निम्बार्क परिकर तक शेयर करे ... ।।

जय श्री राधामाधव !! 



[ हर क्षण जपते रहिये ]

राधेकृष्ण राधेकृष्ण कृष्ण कृष्ण राधे राधे | राधेश्याम राधेश्याम श्याम श्याम राधे राधे ||


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