Nimbark Ekadashi Calendar 2023 || श्री निम्बार्क एकादशी पंचांग 2023-24

 

Nimbark Ekadashi Calendar 2023 || श्री निम्बार्क एकादशी पंचांग 2023-24

Nimbark Ekadashi Calendar 2023 || श्री निम्बार्क एकादशी पंचांग 2023-24


श्री निम्बार्क भगवान द्वारा प्रतिपादित कपालवेध मतानुसार वर्ष 2023- 24 में होने वाली एकादशी एवं महाद्वादशी व्रत की तिथियां निम्न प्रकार है । इसमें जिस दिन महाद्वादशी व्रत के बारे में लिखा हुआ है । निम्बार्क अनुयायियों को तब कपालवेध मतानुसार एकादशी व्रत को छोड़कर महाद्वादशी वाले दिन ही व्रत करना है । 



कामदा एकादशी व्रत : रविवार, 02 अप्रैल 2023
वरुथिनी एकादशी व्रत : रविवार, 16 अप्रैल 2023


मोहिनी एकादशी व्रत : सोमवार, 01 मई 2023
अपरा एकादशी व्रत : मंगलवार, 16 मई 2023
निर्जला एकादशी व्रत : बुधवार, 31 मई 2023

योगिनी एकादशी व्रत : बुधवार, 14 जून 2023
देवशयनी एकादशी व्रत : शुक्रवार , 30 जून 2023


कामदा एकादशी व्रत : गुरुवार, 13 जुलाई 2023
श्री पुरुषोत्तमा एकादशी व्रत ( अधिक मास ) : शनिवार, 29 जुलाई 2023


उन्मीलिनी महाद्वादशी व्रत ( अधिक मास ) : शनिवार, 12 अगस्त 2023
पवित्रा एकादशी व्रत : रविवार, 27 अगस्त 2023


अजा एकादशी व्रत : रविवार, 10 सितंबर 2023
परिवर्तिनी/पद्मा एकादशी व्रत : मंगलवार, 26 सितंबर 2023


इन्दिरा एकादशी व्रत : मंगलवार, 10 अक्टूबर 2023
पापांकुशा एकादशी व्रत : बुधवार, 25 अक्टूबर 2023


रमा एकादशी व्रत :  गुरुवार, 09 नवंबर 2023
श्री देवप्रबोधिनी एकादशी  : गुरुवार, 23 नवम्बर 2023


उत्पन्ना एकादशी व्रत : शनिवार, 09 दिसंबर 2023
श्री मोक्षदा एकादशी व्रत : शनिवार, 23 दिसम्बर 2023


सफला एकादशी व्रत : रविवार, 07 जनवरी 2024
पौष पुत्रदा एकादशी व्रत : रविवार, 21 जनवरी 2024


षटतिला एकादशी व्रत : मंगलवार, 06 फरवरी 2024
जया महाद्वादशी व्रत : बुधवार,  21 फरवरी 2024


विजया एकादशी व्रत : गुरुवार, 07 मार्च 2024
आमल एकादशी व्रत : गुरुवार, 21 मार्च 2024


पापमोचिनी एकादशी व्रत : शुक्रवार, 05 अप्रैल 2024





एकादशी के कुछ सामान्य नियम, जिनका पालन हमें व्रत के दौरान यथासम्भव करना चाहिए :

● एकादशी के दिन सुबह उठकर व्रत का संकल्प कर शुद्ध जल से स्नान करना चाहिए । 
● विधिनुसार भगवान श्रीकृष्ण का पूजन और रात को दीपदान करना चाहिए ।
● एकादशी व्रत में ज्यादा से ज्यादा मौन  रहकर अपने गुरु द्वारा प्रदत्त मन्त्र का जप अवश्य करना चाहिए ।
● एकादशी की रात भगवान विष्णु का भजन-कीर्तन करना चाहिए। 
● व्रत की समाप्ति पर श्रीहरि विष्णु से अनजाने में हुई भूल या पाप के लिए क्षमा मांगनी चाहिए । 
● अगली सुबह यानी द्वादशी तिथि पर पुनः भगवान श्रीकृष्ण की पूजा कर ब्राह्मण को भोजन कराना चाहिए । 
● भोजन के बाद ब्राह्मण को क्षमता के अनुसार दान देकर विदा करना चाहिए ।

Read More : https://linktr.ee/NimbarkSampraday

कृप्या आप सभी वैष्णवजन से छोटा सा अनुरोध है कि आप सभी इसे आगे भी निम्बार्क वैष्णवों तक पहुचाने में मदद करे इसको ज्यादा से ज्यादा निम्बार्क परिकर तक शेयर करे ... ।।

जय श्री राधामाधव !!



[ हर क्षण जपते रहिये ]

राधेकृष्ण राधेकृष्ण कृष्ण कृष्ण राधे राधे | राधेश्याम राधेश्याम श्याम श्याम राधे राधे ||


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